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क्या साल 2011 का इतिहास दोहरा पाएगी टीम इंडिया

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इस साल भारत में 12 साल बाद विश्व कप का आयोजन होने जा रहा है। साल 2011 के बाद यह पहला मौका होगा जब भारत में विश्व कप का आयोजन होगा साथ ही यह पहला मौका है जब पूरा विश्व कप केवल में भारत में आयोजित होगा। यह विश्व कप टीम इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। क्योंकि टीम इंडिया विश्व कप में इस साल अपने 10 साल के आईसीसी ट्राॅफी के सूखे को खत्म करना चाहेगी। हालांकि इंडिया के लिए यह विश्व कप काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। आईये जानते है तीन बिन्दूओं के बारे में जो टीम इंडिया के लिए विश्व चैम्पियन बनने से रोक सकती है।

1.नाॅकआउट में बाहर होने की परंपरा

पिछले कुछ सालों से भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट की शुरुआत तो बड़े ही बेहतरीन अंदाज में करती है लेकिन टीम इंडिया विश्व कप का समापन अच्छे अंदाज में नहीं कर पाती है। टीम इंडिया पिछले कई आईसीसी टूर्नामेंट के नाॅकआउट में पहुंची है लेकिन टीम इंडिया टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम नही कर पायी है तो टीम इंडिया इस साल विश्व कप में नाॅकआउट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी।

2. मजबूत टीमों के खिलाफ खराब प्रदर्शन

भारतीय टीम पिछले कुछ आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान, इंग्लैंड, आॅस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ जूझती हुई नजर आयी है। साल 2019 के टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से, साल 2022 के टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार कर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था। लेकिन टीम इंडिया इस साल टूर्नामेंट में इन टीमों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेगी।

3.खिलाडियों की फिटनेस

पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के कई खिलाड़ी चोट के कारण मैदान से बाहर चल रहे थे। जिनमें श्रेयस अय्यर, जसप्रीत बुमराह और के एल राहुल के नाम शामिल थे। यह खिलाड़ी अब मैदान पर वापसी कर रहे हैं लेकिन अब भी इन खिलाड़ियों की चोट को लेकर चिंता बनी हुई है कि यह खिलाड़ी टूर्नामेंट में किस तरह का प्रदर्शन करेंगे और क्या यह खिलाड़ी पूरा टूर्नामेंट सही ढंग से खेल पाएंगे।