तमिल सिनेमा के मशहूर अभिनेता Ajit Kumar को भारत सरकार ने पद्म भूषण, जो कि देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है, से सम्मानित किया है। “विदामुइयार्ची” अभिनेता को यह सम्मान 19 अन्य हस्तियों के साथ 25 जनवरी को घोषित किया गया।
Ajit Kumar के मैनेजर ने जताई खुशी
Ajit Kumar के 32 वर्षों से मैनेजर रहे सुरेश चंद्रा ने Ajit Kumar की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “सच कहूं तो हमें यह घोषणा की उम्मीद नहीं थी, लेकिन मुझे हमेशा लगा कि अजित इसे पाने के हकदार हैं। उनका समर्पण और ईमानदारी इस सम्मान का आधार है।”

तीन दशक लंबा सफर और 60 से ज्यादा फिल्में
Ajit Kumar ने अपने करियर की शुरुआत 1990 की फिल्म ‘एन् वीडु एन् कनावर’ से की थी। 1993 में ‘अमरावती’ से उन्होंने बतौर मुख्य अभिनेता डेब्यू किया। रोमांटिक फिल्मों से शुरुआत करने वाले अजित ने जल्द ही एक्शन फिल्मों की ओर रुख किया। ‘अमरकलम’, ‘धीना’, और ‘सिटीजन’ जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें तमिल सिनेमा का बड़ा सितारा बना दिया।
‘वरालारु’, ‘बिल्ला’, और ‘मंकथा’ जैसी फिल्मों ने उन्हें और ऊंचाइयों पर पहुंचाया। कला में योगदान के लिए उन्हें ‘कलाईमामणि’ अवॉर्ड और तीन तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स भी मिल चुके हैं।

परिवार और फैंस को समर्पित की सफलता
Ajit Kumar जो मोटरस्पोर्ट्स के भी बड़े प्रशंसक हैं और ‘अजित कुमार रेसिंग टीम’ के मालिक हैं, ने इस सम्मान के लिए अपने परिवार और फैंस को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “इस स्तर पर पहचाना जाना एक सम्मान है। यह सिर्फ मेरा व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि उन सभी के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है जिन्होंने मेरा साथ दिया।”
उन्होंने अपनी मां, पत्नी शालिनी, और बच्चों अनुष्का और आद्विक का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने दिवंगत पिता को भी याद किया और कहा कि यह दिन उनके लिए गर्व का क्षण होता।