RBI: आज के आधुनिक समय में साइबर सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन चुका है.आज के समय में सरकार अपना सारा फोकस डिजिटाइजेशन पर कर रही है. इससे हमें फेसलेस, पेपरलेस और कैशलेश अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है.इन सब के बीच साइबर सुरक्षा भी बड़ा ही चुनौती से भरपूर है.
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर आए दिन सुरक्षा के लिहाज से बड़े बड़े फैसले लेते रहते है. शक्तिकांत दास ने हाल ही में साइबर सुरक्षा से जुड़ा एक अहम फैसला लिया है आपको बता दें कि.
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि “आने वाले दिनों में साइबर सुरक्षा खतरा बड़ी चुनौती बनने जा रहा है. इससे निपटने के लिए नियामक ने निगरानी व्यवस्था को काफी मजबूत किया है.”

साइबर सुरक्षा को लेकर RBI गवर्नर ने कही ये बात
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में साइबर सुरक्षा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि- “आने वाले दिनों में साइबर सुरक्षा खतरा बड़ी चुनौती बनने जा रहा है. इससे निपटने के लिए नियामक ने निगरानी व्यवस्था को काफी मजबूत किया है.”

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मिंट बीएफएसआई कांक्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर सुरक्षा खतरों और आईटी पर अधिक ध्यान देना होगा. सभी वित्तीय संस्थानों को आगे बढ़ने के लिए आईटी प्रणाली को मजबूत करना एवं साइबर सुरक्षा के खतरों से निपटना ही सबसे बड़ी चुनौतियां होंगी.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि आरबीआई पर्यवेक्षकों की एक समर्पित टीम बैंकों और एनबीएफसी की आईटी प्रणाली की गहराई से पड़ताल करती है और कोई भी खामी मिलने पर बैंक प्रबंधन को फौरन सूचित करती है.
शक्तिकांत दास बैकिंग प्रणाली को लेकर दिया बयान
भारतीय रिजर्व बैंक दास ने कहा, “अपने स्तर पर हम बैंकों और एनबीएफसी की आईटी प्रणाली पर नज़र रखते हैं. इसके लिए हमारे पास एक समर्पित टीम है. यह टीम विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी के आईटी सिस्टम की गहराई से जांच करती है. जहां कहीं भी गड़बडि़यां मिलती हैं, उन्हें फौरन संबंधित बैंक के प्रबंधन से साझा किया जाता है, ताकि उन्हें दुरुस्त करने के लिए समय रहते उचित कदम उठाए जा सकें.”

आगे आरबीआई गवर्नर ने कहा, “भारतीय बैकिंग प्रणाली में आए महत्वपूर्ण बदलावों के कारण ही हाल के वर्षों में भारत ने सफलता की नई इबारत लिखी है. आने वाले वर्षों में भारत की विकास यात्रा में मदद के लिए आज भारतीय बैंकिंग प्रणाली पूरी तरह तैयार है.” दास ने यह भी कहा कि देश की वित्तीय प्रणाली में लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक प्रतिबद्ध है.
शक्तिकांत दास ने कहा, “बैंकिंग सेक्टर से जुड़े सभी गंभीर कारोबारियों और बैंकों के वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों ने बातचीत के दौरान उन्हें बैंकिंग प्रणाली और एनबीएफसी क्षेत्र में उभरने वाले संभावित जोखिमों के बारे में बताया है.”
ये भी पढ़ें:RBI ने इस बैंक का करोड़ों का जुर्माना किया माफ़,कहीं यह आपका बैंक तो नहीं!