Chandra Grahan 2025: साल 2025 बड़े जल्दी-जल्दी बीत रहा है और अब साल का तीसरा महीना शुरू हो गया है. इस महीने में होली का त्योहार आता है जिसका लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मार्च फाल्गुन महीने का होता है, जो वसंत ऋतु का प्रतीक है.फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. इस दिन विशेष रूप से होलिका की पूजा की जाती है और आग जलाकर बुराई को नष्ट करने का उत्सव मनाया जाता है.
इसके बाद, अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है, जो खुशियों और आपसी भाईचारे का प्रतीक है. वहीं इस बार 100 साल के बाद सूर्य गोचर- चंद्रग्रहण का दिर्लभ संयोग बन रहा है. तो चलिए आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –

क्या होता है चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025) के बारे में आपके अपने स्कूल में तो जरूर पढ़ा होगा. बता दें कि आपने चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटता है और यह तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है.

चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-
- आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse): इस प्रकार के ग्रहण में चंद्रमा का केवल कुछ हिस्सा पृथ्वी की छाया में पड़ता है. इसका परिणाम यह होता है कि चंद्रमा का कुछ हिस्सा अंधेरे में छिप जाता है जबकि बाकी हिस्सा सामान्य दिखाई देता है.
- पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse): जब पूरी चंद्रमा पृथ्वी की छाया में पूरी तरह से समाहित हो जाता है, तब इसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस स्थिति में चंद्रमा का रंग आमतौर पर लाल या भूरा दिखता है, जिसे “ब्लड मून” भी कहा जाता है.
- उपछाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse): इस प्रकार के ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी की बाहरी छाया, जिसे उपछाया कहा जाता है, में प्रवेश करता है. इस ग्रहण में चंद्रमा पर कोई विशेष धुंधलापन दिखाई देता है, लेकिन यह अन्य ग्रहणों की तरह स्पष्ट रूप से नहीं दिखता है.

इन तीन प्रकार के ग्रहणों में से पूर्ण चंद्र ग्रहण सबसे अधिक प्रभावशाली और दृश्यात्मक रूप से आकर्षक होता है।
चंद्र ग्रहण का समय (Chandra Grahan 2025)
साल 2025 का पहला Chandra Grahan 14 मार्च को सुबह 9 बजकर 29 मिनट से दोपहर 3 बजकर 29 मिनट तक रहेगा.
क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण?
Chandra Grahan 2025 हमारे देश भारत में नहीं नज़र आएगा. इसलिए, भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा और इसका होली के त्योहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.यह ग्रहण विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक महासागर, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी एशिया, और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा. इसलिए इस Chandra Grahan का होली त्योहार पर कोई भी असर नहीं दिखेगा.
चंद्र ग्रहण पर नहीं करना चाहिए ये काम
चंद्र ग्रहण के दौरान हिंदू धर्म में कुछ विशेष सावधानियाँ बरतने की सलाह दी जाती है, जिन्हें धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं के अनुसार माना जाता है.

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें-
- गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए.
- खानपान का सेवन नहीं करना चाहिए.
- बाहर नहीं जाना चाहिए.
- सुई, सिलाई, कढ़ाई और नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए.
- बालों में कंघी नहीं करना चाहिए.
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