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कैंसर वॉरियर Hina Khan ने रमजान में किया उमराह, इसे बताया ‘ख्वाब के सच होने जैसा’

कैंसर वॉरियर Hina Khan ने रमजान में किया उमराह, इसे बताया 'ख्वाब के सच होने जैसा'

टीवी अभिनेत्री Hina Khan  ने रमजान के पवित्र महीने में उमराह किया। सर्जरी के बाद अपनी शारीरिक सीमाओं के बावजूद, उन्होंने इस अनुभव को ‘ख्वाब के सच होने जैसा’ बताया। जानें उनकी पूरी कहानी।


लोकप्रिय अभिनेत्री Hina Khan  ने रमजान के पवित्र महीने में उमराह करने का सौभाग्य प्राप्त किया। खास बात यह रही कि उनकी हाल ही में हुई सर्जरी के बाद, उनके लिए यह सफर आसान नहीं था। लेकिन फिर भी, उन्होंने अपनी आस्था और विश्वास के बल पर इस यात्रा को पूरा किया। हिना ने इसे अपने जीवन का सबसे अनमोल अनुभव बताया और कहा कि जब अल्लाह चाहता है कि कोई उनके घर आए, तो पूरी कायनात उसकी राहें आसान कर देती है।

‘मैंने सोचा भी नहीं था कि मैं यहां आ पाऊंगी’

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Hina Khan , जो ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से मशहूर हुई थीं, ने अपने सोशल मीडिया पर उमराह से जुड़ी भावनात्मक बातें साझा कीं। उन्होंने लिखा, “मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि अपनी सर्जरी के सिर्फ साढ़े तीन महीने बाद मैं यहां आ पाऊंगी। मेरे शरीर में अनगिनत टांके हैं, सीमित शारीरिक शक्ति है और सर्जरी के बाद की थकावट भी। मेरे पास न जाने कितने कारण थे कि मैं इस बार उमराह न करूं। लेकिन जब अल्लाह किसी को अपने घर बुलाना चाहता है, तो कायनात भी उसकी सुनती है। और यही हुआ मेरे साथ। यह अल्लाह की मर्जी थी कि मुझे पवित्र काबा को छूने का भी मौका मिला।”

सबसे भीड़ भरा उमराह, लेकिन इरादा मजबूत था

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हिना ने बताया कि यह उनका अब तक का सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला उमराह था। उन्होंने कहा, “काबा शरीफ तक पहुंचना मेरे लिए आसान नहीं था। मुझे हजारों लोगों की भीड़ के बीच से रास्ता बनाकर वहां तक जाना पड़ा। लेकिन मैंने कर दिखाया! अल्लाह ने मुझे यह करने की ताकत दी। हर बार की तरह, मैंने खुद को उनके प्यार और करुणा में सराबोर पाया। मेरा विश्वास ही मेरी आत्मा की ताकत है। अल्लाह का शुक्रिया, मैं हमेशा आभारी रहूंगी।”

हर किसी का सफर अलग होता है, डॉक्टर की सलाह मानें

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अपनी इस यात्रा के साथ हिना ने सभी को एक जरूरी संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, “हर इंसान का सफर अलग होता है, इसलिए हमेशा अपने शरीर की सुनें और डॉक्टरों की सलाह का पालन करें। मैं यह नहीं कह रही कि हर कोई मेरी तरह एक्टिव हो सकता है। मैं सिर्फ अपना अनुभव साझा कर रही हूं ताकि इससे किसी को थोड़ी प्रेरणा मिल सके। याद रखें, यह ‘वन साइज फिट्स ऑल’ वाली चीज़ नहीं है। अल्हम्दुलिल्लाह… दुआ करें।”

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