Mahashivratri: हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि के पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की अराधना की जाती है और उपवास भी रखा जाता है. इस साल यह त्योहार 26 फरवरी को पड़ रहा है ऐसे में भगवान शिव (Mahashivratri ) को प्रसन्न करने के लिए आप उनको मनपसंद फूल अर्पित कर सकते है. तो चलिए जानते हैं कि आप भोलेनाथ को कौन से फूल अर्पित कर सकते हैं-
भोलेनाथ को बेहद पसंद हैं ये फूल (Mahashivratri)
Mahashivratri 2025 में महादेव को प्रसन्न करने के लिए ये फूल अर्पित जरूर करें –

धतूरे का फूल
धतूरे का फूल महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह फूल शिव जी को बहुत प्रिय है और इसके साथ-साथ इसके फल भी शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं.
धतूरे के फूल को चढ़ाने से कई दोषों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह फूल शांति और आशीर्वाद लाने का प्रतीक (Mahashivratri) माना जाता है, विशेषकर उस समय जब भक्त भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं. हालांकि, धतूरे का उपयोग सावधानी से करना चाहिए क्योंकि इसका फल और फूल जहरीले होते हैं, लेकिन शिव जी की पूजा में इसे शुभ माना जाता है.

शमी का फूल
शमी का फूल महादेव को बहुत पसन्द होता है इसे आप Mahashivratri पर उनको अर्पित कर प्रसन्न कर सकते हैं. महाशिवरात्रि के दिन अगर आप इस पुष्प को अर्पित कर अपने सच्चे भावना से प्रार्थना करेंगे तो भोलेनाथ आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे.

आक का फूल
भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इसे महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवलिंग (Mahashivratri) पर चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है. इस फूल का विशेष धार्मिक महत्व है और इसे चढ़ाने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती है.
आक के फूलों का उपयोग पूजा में किया जाता है क्योंकि यह भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त उपाय माने जाते हैं. यह फूल विशेष रूप से पुण्य और शांति लाने के लिए कहा जाता है. इसके अलावा, आक के पेड़ को भी शुभ और आशीर्वाद देने वाला माना जाता है.

कनेर का फूल
कनेर का फूल भगवान शिव को प्रिय माना जाता है. इसकी सुंदरता और रंगों के कारण यह फूल शिव पूजा में महत्वपूर्ण है. खासकर पीला कनेर का फूल(Mahashivratri), जिसे भोलेनाथ को अर्पित किया जाता है, भगवान शिव को प्रसन्न करता है.
कनेर के फूल सफेद, लाल और अन्य रंगों में भी होते हैं, और सभी रंगों को शुभ माना जाता है. इन फूलों को शिवलिंग पर चढ़ाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. कनेर का फूल पूजा में श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है.
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