Ola Electric Trade Certificate News: सड़क परिवहन मंत्रालय ने ओला इलेक्ट्रिक को ट्रेड सर्टिफिकेट में गड़बड़ी के चलते नोटिस भेजा। जानिए कंपनी ने क्या जवाब दिया।
ओला इलेक्ट्रिक के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। Ola Electric Trade Certificate News के मुताबिक, भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड को ट्रेड सर्टिफिकेट को लेकर गंभीर सवालों के घेरे में लिया है। मंत्रालय ने कंपनी को नोटिस जारी करते हुए सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है।
24 अप्रैल को जारी इस नोटिस में, मंत्रालय ने भविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक से बीते तीन वर्षों में उनके द्वारा प्राप्त किए गए ट्रेड सर्टिफिकेट्स का पूरा ब्योरा मांगा है। इसके साथ ही कंपनी से यह भी पूछा गया है कि उनके पास कितने स्टोर और सर्विस सेंटर फिलहाल ऑपरेशनल हैं और वहां कितने वाहन बिना रजिस्ट्रेशन के स्टॉक में रखे गए हैं।
मंत्रालय ने मांगी वेरिएंट-वाइज डिलीवरी डिटेल
Ola Electric Trade Certificate News के अनुसार, मंत्रालय ने कंपनी से फरवरी 2025 में डिलीवर किए गए 7,820 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की मॉडल और वेरिएंट-वाइज जानकारी भी मांगी है। साथ ही यह भी स्पष्ट करने को कहा गया है कि क्या सभी वाहनों के लिए वैध ट्रेड सर्टिफिकेट थे या नहीं।
मंत्रालय ने ओला इलेक्ट्रिक को चेताया है कि यदि निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

ओला इलेक्ट्रिक का जवाब: “हमने सभी जानकारी दी है”
इस नोटिस के जवाब में ओला इलेक्ट्रिक ने साफ किया कि उन्होंने पहले ही स्टॉक एक्सचेंजों को आवश्यक जानकारियां साझा कर दी थीं। कंपनी ने इस बात का भी खंडन किया कि महाराष्ट्र में उनके 100 से अधिक शोरूम को बंद करने का कोई आदेश मिला है।
Ola Electric Trade Certificate News के ताजा अपडेट के मुताबिक, कंपनी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को दी गई फाइलिंग में कहा,
“हमें महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से 100 से ज्यादा शोरूम बंद करने जैसी कोई सूचना नहीं मिली है।”
कंपनी ने आगे बताया कि उन्हें मार्च 21 को चार राज्यों से ट्रेड सर्टिफिकेट से जुड़े नोटिस मिले थे, जिसकी जानकारी समय पर एक्सचेंज को दी गई थी। ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि उन्होंने SEBI के सभी नियमों का पालन करते हुए सभी अनिवार्य खुलासे किए हैं और किसी भी तरह की ‘प्राइस सेंसिटिव’ जानकारी को छुपाया नहीं गया है।

शेयरों पर असर
हालांकि, विवाद का असर कंपनी के शेयरों पर साफ नजर आया। Ola Electric Trade Certificate News के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर करीब 1:45 बजे NSE पर ओला इलेक्ट्रिक के शेयर लगभग 4% गिरकर 50.39 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
भारतीय कानून के तहत ट्रेड सर्टिफिकेट की अहमियत
भारत में किसी भी वाहन को बेचने या टेस्ट ड्राइव देने के लिए वैध ट्रेड सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य है। बिना इसके कोई भी वाहन बिक्री या डेमो के लिए प्रदर्शित नहीं किया जा सकता। ऐसे में अगर ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ आरोप साबित होते हैं, तो कंपनी को भारी जुर्माना या कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
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